Masih Jeevan

यीशु मसीह की पहिचान एवं सामर्थ्य में बढ़ने के लिये सहायता

लूका अध्याय 11 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | Luke Chapter 11 Quiz Questions And Answers

लूका अध्याय 24 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. कौन लोग बुरी तरह यीशु के पीछे पड़ गए और छेड़ने लगे कि वह बहुत सी बातों की चर्चा करे, और घात में लगे रहे कि उसके मुँह की कोई बात पकड़ें ?

उत्तर का संदर्भ:- जब वह वहाँ से निकला, तो शास्त्री और फरीसी बुरी तरह उसके पीछे पड़ गए और छेड़ने लगे कि वह बहुत सी बातों की चर्चा करें, और घात में लगे रहे कि उसके मुँह की कोई बात पकड़ें| (लूका 11ः53-54)

#2. जब अशुद्ध आत्मा मनुष्य में से निकल जाती है तो सूखी जगहों में विश्राम ढूँढती फिरती है, और जब नहीं पाती तो क्या कहती है ?

उत्तर का संदर्भ:- जब अशुद्ध आतमा मनुष्य में से निकल जाती है तो सूखी जगहों में विश्राम ढूँढती फिरती है, और जब नहीं पाती तो कहती है मैं अपने उसी घर में जहाँ से निकली थी लौट जाऊँगी (लूका 11ः24)

#3. जब अशुद्ध आत्मा मनुष्य में से निकल जाती है और कहीं जगह नहीं पाती तो अपने उसी घर को झाड़ा-बुहारा और सजा सजाया पाकर अपने साथ और कितनी आत्माओं को ले आती है ?

उत्तर का संदर्भ:- और आकर उसे झाड़ा-बुहारा और सजा-सजाया पाती है। तब वह जाकर अपने से बुरी सात और आत्मओं को अपने साथ ले आती है, और वे उसमें पैठकर वास करती हैं, और उस मनुष्य की पिछली दशा पहले से भी बुरी हो जाती है। (लूका 11ः25-26)

#4. जब अशुद्ध आत्मा मनुष्य में से निकल जाती है और कहीं जगह नहीं पाती तो अपने उसी घर को झाड़ा-बुहारा और सजा सजाया पाकर अपने से और कैसी आत्माओं को अपने साथ ले आती है ?

उत्तर का संदर्भ:- और आकर उसे झाड़ा-बुहारा और सजा-सजाया पाती है। तब वह जाकर अपने से बुरी सात और आत्मओं को अपने साथ ले आती है, और वे उसमें पैठकर वास करती हैं, और उस मनुष्य की पिछली दशा पहले से भी बुरी हो जाती है। (लूका 11ः25-26)

#5. यीशु ने शरीर का दीया क्या है कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- तेरे शरीर का दीया तेरी आँख है, इसलिये जब तेरी आँख निर्मल है तो तेरा सारा शरीर भी उजियाला है, परन्तु जब वह बुरी है तो तेरा शरीर भी अन्धेरा है। (लूका 11ः34)

#6. कौन सी दुष्टात्मा को निकालने के बाद लोगों ने यीशु पर बालजबूल नामक दुष्टात्माओं के प्रधान की सहायता से दुष्टात्माओं को निकालता है आरोप लगाने लगे ?

उत्तर का संदर्भ:- फिर उसने एक गूँगी दुष्टात्मा को निकाला। जब दुष्टात्मा निकल गई तो गूँगा बोलने लगा और लोगों को अचम्भा हुआ। परन्तु उनमें से कुछ ने कहा, ‘‘यह तो बालजबूल नामक दुष्टात्माओं के प्रधान की सहायता से दुष्टात्माओं को निकालता है। (लूका 11ः14-15)

#7. जब यीशु फरीसी के यहाँ भोजन करने बैठा तब फरीसी को किस बात से अचम्भा हुआ था ?

उत्तर का संदर्भ:- जब वह बातें कर रहा था तो किसी फरीसी ने उससे विनती की कि मेरे यहाँ भोजन कर। वह भीतर जाकर भोजन करने बैठा। फरीसी को यह देखकर अचम्भा हुआ कि उसने भोजन करने से पहले स्नान नहीं किया (लूका 11ः37)

#8. यीशु ने क्यों कहा कि ‘‘जिस-जिस राज्य में फूट होती है, वह राज्य उजड़ जाता है, और जिस घर में फुट होती है, वह नष्ट हो जाता है ?

उत्तर का संदर्भ:- फिर उसने एक गूँगी दुष्टात्मा को निकाला। जब दुष्टात्मा निकल गई तो गूँगा बोलने लगा और लोगों को अचम्भा हुआ। परन्तु उनमें से कुछ ने कहा, ‘‘यह तो बालजबूल नामक दुष्टात्माओं के प्रधान की सहायता से दुष्टात्माओं को निकालता है। (लूका 11ः14-15)

#9. यीशु के चेलों में से एक ने वह कौन भविष्यद्वक्ता था जिसने अपने चेलों को प्रार्थना करना सिखाया था वैसे ही हमें भी तू सिखा दे कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- जब वह प्रार्थना कर चुका, तो उसके चेलों में से एक ने उससे कहा, ‘‘हे प्रभु, जैसे यूहन्ना ने अपने चेलों को प्रार्थना करना सिखाया वैसे ही हमें भी तू सिखा दे (लूका 11ः01)

#10. यीशु ने किसे मिलता है कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि जो कोई माँगता है, उसे मिलता है, (लूका 11ः10)

#11. नीनवे के लोगों के लिये कौन चिन्ह ठहरा था ?

उत्तर का संदर्भ:- जैसा योना नीनवे के लोगों के लिए चिन्ह ठहरा, वैसा ही मनुष्य का पुत्र भी इस युग के लोगों के लिये ठहरेगा (लूका 11ः30)

#12. और लोगों ने यीशु की परीक्षा करने के लिये उससे कहाँ का एक चिन्ह माँगा ?

उत्तर का संदर्भ:- औरों ने उसकी परीक्षा करने के लिये उससे आकाश का एक चिन्ह माँगा (लूका 11ः16)

#13. यीशु ने कहा ‘‘जो मेरे साथ नहीं बटोरता वह क्या करता है’’ ?

उत्तर का संदर्भ:- जो मेरे साथ नहीं वह मेरे विरोध में है, और जो मेरे साथ नही बटोरता वह बिखेरता है (लूका 11ः23)

#14. इस वचन को पूरा करें – और मैं तुम से कहता हूँ कि ……….., तो तुम्हें दिया जाएगा, ढूँढों, तो तुम पाओगे, खटखटाओं, तो तुम्हारे लिये ……….. जाएगा।

उत्तर का संदर्भ:- और मैं तुम से कहता हूँ कि माँगों, तो तुम्हें दिया जाएगा, ढूँढों, तो तुम पाओगे, खटखटो, तो तुम्हारे लिये खोला जाएगा (लूका 11ः09)

#15. यीशु ने लोगों से कहा यदि मैं परमेश्वर की सामर्थ्य से दुष्टात्माओं को निकालता हूँ, तो क्या तुम्हारे पास आ पहुँचा है ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु यदि मैं परमेश्वर की सामर्थ्य से दुष्टात्माओं को निकालता हूँ, तो परमेश्वर का राज्य तुम्हारे पास आ पहुँचा है (लूका 11ः20)

#16. यीशु ने किससे कहा कि तुम ने ज्ञान की कुंजी ले तो ली, परन्तु तुम ने आप ही प्रवेश नहीं किया, और प्रवेश करनेवालों को भी रोक दिया ?

उत्तर का संदर्भ:- हाय तुम व्यवस्थापकों पर ! तुम ने ज्ञान की कुंजी ले तो ली, परन्तु तुम ने आप ही प्रवेश नहीं किया, और प्रवेश करनेवालों को भी रोक दिया (लूका 11ः52)

#17. यीशु ने कब सारा शरीर भी उजियाला है कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- तेरे शरीर का दीया तेरी आँख है, इसलिये जब तेरी आँख निर्मल है तो तेरा सारा शरीर भी उजियाला है, परन्तु जब वह बुरी है तो तेरा शरीर भी अन्धेरा है। (लूका 11ः34)

#18. इस वचन को पूरा करें – ‘‘अतः जब तुम …….. होकर अपने बच्चों को अच्छी वस्तुएँ देना जानते हो, तो ……….. अपने माँगनेवालों को पवित्र आत्मा क्यों न देगा।’’

उत्तर का संदर्भ:- ‘‘अतः जब तुम बुरे होकर अपने बच्चों को अच्छी वस्तुएँ देना जानते हो, तो स्वर्गीय पिता अपने माँगनेवालों को पवित्र आत्मा क्यों न देगा।’’ (लूका 11ः13)

#19. यीशु ने कहा ‘‘पर हे फरीसियो, तुम पर हाय ! तुम पोदीने और सुदाब का और सब भाँति के साग-पात का दसवाँ अंश देते हो, परन्तु क्या टाल देते हो कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- ‘‘पर हे फरीसियो, तुम पर हाय ! तुम पोदीने और सुदाब का और सब भाँति के साग-पात का दसवाँ अंश देते हो, परन्तु न्याय को और परमेश्वर के प्रेम को टाल देते हो, चाहिए तो था कि इन्हें भी करते और उन्हें भी न छोड़ते” (लूका 11ः42)

Previous
Finish

Results

Congratulation…! You are Passed

Sorry…! Better Luck Next Time

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *