Masih Jeevan

यीशु मसीह की पहिचान एवं सामर्थ्य में बढ़ने के लिये सहायता

लूका अध्याय 6 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | Luke Chapter 6 Quiz Questions And Answers

लूका अध्याय 13 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. लूका 06 अध्याय के अनुसार यीशु को सब छूना चाहते थे, क्योंकि उसमें से क्या निकलकर सब को चंगा करती थी।

उत्तर का संदर्भ:- और सब उसे छूना चाहते थे, क्योंकि उस में से सामर्थ निकलकर सब को चंगा करती थी॥ (लूका 06ः19)

#2. लूका 06 अध्याय में यीशु जो तुम से बैर करें उनका क्या करों कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- जो तुम से बैर करें, उन का भला करो। (लूका 06ः27)

#3. इस वचन को पूरा करें – उसने उनसे कहा, ‘‘मनुष्य का पुत्र ……… का भी प्रभु है।’’

उत्तर का संदर्भ:- और उस ने उन से कहा; मनुष्य का पुत्र सब्त के दिन का भी प्रभु है। (लूका 06ः05)

#4. लूका 06 अध्याय में यीशु अपने शत्रुओं से कैसा व्यवहार रखने के लिये कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु मैं तुम सुनने वालों से कहता हूं, कि अपने शत्रुओं से प्रेम रखो। (लूका 06ः27)

#5. इस वचन को पूरा करे – चेला अपने गुरू से बड़ा नहीं, परन्तु जो कोई सिद्ध होगा, वह अपने गुरू के ………. होगा।

उत्तर का संदर्भ:- चेला अपने गुरू से बड़ा नहीं, परन्तु जो कोई सिद्ध होगा, वह अपने गुरू के समान होगा। (लूका 06ः40)

#6. लूका 06 अध्याय के अनुसार यीशु किसी सब्त के दिन वह आराधनालय में जाकर उपदेश करने लगा, और वहाँ एक मनुष्य था जिसका कौन सा हाथ सूखा था ?

उत्तर का संदर्भ:- और ऐसा हुआ कि किसी और सब्त के दिन को वह आराधनालय में जाकर उपदेश करने लगा; और वहां एक मनुष्य था, जिस का दाहिना हाथ सूखा था। (लूका 06ः06)

#7. इस वचन को पूरा करें – ‘‘परन्तु हाय तुम पर जो धनवान हो, क्यों तुम अपनी ……….. पा चुके।

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु हाय तुम पर; जो धनवान हो, क्योंकि तुम अपनी शान्ति पा चुके। (लूका 06ः24)

#8. लूका 06 अध्याय में वह मनुष्य किसके समान है, जिसने मिट्टी पर बिना नींव का घर बनाया ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु जो सुनकर नहीं मानता, वह उस मनुष्य के समान है, जिस ने मिट्टी पर बिना नेव का घर बनाया। जब उस पर धारा लगी, तो वह तुरन्त गिर पड़ा, और वह गिरकर सत्यानाश हो गया॥ (लूका 06ः49)

#9. इस वचन को पूरा करें – जैसा तुम्हारा …….. दयावन्त है, वैसे ही तुम भी दयावन्त बनों।

उत्तर का संदर्भ:- जैसा तुम्हारा पिता दयावन्त है, वैसे ही तुम भी दयावन्त बनो। (लूका 06ः36)

#10. लूका 06 अध्याय के अनुसार यदि अन्धा, अन्धे को मार्ग बतायेगा तो दोनो कहाँ गिरेंगे ?

उत्तर का संदर्भ:- फिर उस ने उन से एक दृष्टान्त कहा; क्या अन्धा, अन्धे को मार्ग बता सकता है? क्या दोनो गड़हे में नहीं गिरेंगे? (लूका 06ः39)

#11. यीशु ने सेवकाई के लिये जो बारह चेले नियुक्त किये थे, इनमें से कौन नहीं है ?

उत्तर का संदर्भ:- और वे ये हैं शमौन जिस का नाम उस ने पतरस भी रखा; और उसका भाई अन्द्रियास और याकूब और यूहन्ना और फिलेप्पुस और बरतुलमै। (लूका 06ः14)

#12. लूका 06ः46 में यीशु मसीह क्या शिक़ायत करते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- जब तुम मेरा कहना नहीं मानते, तो क्यों मुझे हे प्रभु, हे प्रभु, कहते हो ? (लूका 06:46)

#13. सब्त के दिन यीशु के चेले ऐसा क्या कर रहे थे जिसे देखकर फरीसियों में से कुछ कहने लगे “तुम वह काम क्यों करते हो जो सब्त के दिन करना उचित नहीं” ?

उत्तर का संदर्भ:- फिर सब्त के दिन वह खेतों में से होकर जा रहा था, और उसके चेले बालें तोड़ तोड़कर, और हाथों से मल मल कर खाते जाते थे। (लूका 06ः01)

#14. इस वचन को पूरा करें – “हाय तुम पर जो अब ………. हो, क्योंकि भूखे होगे”।

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु हाय तुम पर; जो अब तृप्त हो, क्योंकि भूखे होगे: हाय, तुम पर; जो अब हंसते हो, क्योंकि शोक करोगे और रोओगे। (लूका 06ः25)

#15. इस वचन को पूरा करे – ‘‘भला मनुष्य अपने मन के भले भण्डार से भली बातें निकालता है, और बुरा मनुष्य अपने मने के बुरे भण्डार से बुरी बातें निकालता है, क्योंकि जो …………में भरा है वही उसके …….पर आता है।

उत्तर का संदर्भ:- भला मनुष्य अपने मन के भले भण्डार से भली बातें निकालता है; और बुरा मनुष्य अपने मन के बुरे भण्डार से बुरी बातें निकालता है; क्योंकि जो मन में भरा है वही उसके मुंह पर आता है॥(लूका 06ः45)

#16. लूका 06 अध्याय के अनुसार शास्त्री और फरीसी आपे से बाहर होकर आपस में विवाद क्यों करने लगे कि हम यीशु के साथ क्या करें ?

उत्तर का संदर्भ:- और उस ने चारों ओर उन सभों को देखकर उस मनुष्य से कहा; अपना हाथ बढ़ा: उस ने ऐसा ही किया, और उसका हाथ फिर चंगा हो गया। परन्तु वे आपे से बाहर होकर आपस में विवाद करने लगे कि हम यीशु के साथ क्या करें? (लूका 06ः11)

#17. लूका 06 अध्याय में वह मनुष्य किसके समान है जिसने घर बनाते समय भूमि गहरी खोदकर चट्टान पर नींव डाली ?

उत्तर का संदर्भ:- वह उस मनुष्य के समान है, जिस ने घर बनाते समय भूमि गहरी खोदकर चट्टान की नेव डाली, और जब बाढ़ आई तो धारा उस घर पर लगी, परन्तु उसे हिला न सकी; क्योंकि वह पक्का बना था। (लूका 06ः48)

#18. चेलों में से चुने जाने से पहले यीशु उन दिनों में वह पहाड़ पर प्रार्थना करने गया और परमेश्वर से प्रार्थना करने में कितना समय बिताई ?

उत्तर का संदर्भ:- और उन दिनों में वह पहाड़ पर प्रार्थना करने को निकला, और परमेश्वर से प्रार्थना करने में सारी रात बिताई। (लूका 06ः12)

#19. यीशु ने सेवकाई के लिये जो बारह चेले नियुक्त किये थे उन्हें क्या कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- जब दिन हुआ, तो उस ने अपने चेलों को बुलाकर उन में से बारह चुन लिए, और उन को प्रेरित कहा। (लूका 06ः13)

#20. लूका 06 अध्याय के अनुसार हर एक पेड़ अपने किससे पहचाना जाता है ?

उत्तर का संदर्भ:- हर एक पेड़ अपने फल से पहचाना जाता है; (लूका 06ः44)

#21. यीशु ने सेवकोई के लिये प्रारम्भ में कितने चेलो को नियुक्त किया ?

उत्तर का संदर्भ:- जब दिन हुआ, तो उस ने अपने चेलों को बुलाकर उन में से बारह चुन लिए, और उन को प्रेरित कहा। (लूका 06ः13)

#22. लूका 06 अध्याय में यीशु तुम्हे कब दिया जाएगा कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- दिया करो, तो तुम्हें भी दिया जाएगा: लोग पूरा नाप दबा दबाकर और हिला हिलाकर और उभरता हुआ तुम्हारी गोद में डालेंगे (लूका 06ः38)

#23. लूका 06 अध्याय के अनुसार जो दीन है उनके लिये क्या आशीष है ?

उत्तर का संदर्भ:- तब उस ने अपने चेलों की ओर देखकर कहा; धन्य हो तुम, जो दीन हो, क्योंकि परमेश्वर का राज्य तुम्हारा है। (लूका 06ः20)

#24. लूका 06 अध्याय में यीशु जो तुम्हे स्त्राप दें, उनके साथ कैसा व्यवहार करों कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- जो तुम्हें स्राप दें, उन को आशीष दो: जो तुम्हारा अपमान करें, उन के लिये प्रार्थना करो। (लूका 06ः28)

#25. लूका 06 अध्याय में यीशु तुम पर भी दोष कब नहीं लगाया जाएगा कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- दोष मत लगाओ; तो तुम पर भी दोष नहीं लगाया जाएगा: दोषी न ठहराओ, तो तुम भी दोषी नहीं ठहराए जाओगे: क्षमा करो, तो तुम्हारी भी क्षमा की जाएगी। (लूका 06ः37)

Previous
Finish

Results

Congratulation…! You are Passed

Sorry…! Better Luck Next Time

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *