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मरकुस अध्याय 15 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | Mark Chapter 15 Quiz Questions And Answers

रोमियों अध्याय 08 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. यीशु का उपहास करते समय यीशु के साथ इनमें से क्या किया गया ?

उत्तर का संदर्भ:- और वे उसके सिर पर सरकण्डे मारते, और उस पर थूकते, और घुटने टेककर उसे प्रणाम करते रहे। (मरकुस 15:19)

#2. यीशु ने बड़े शब्द से चिल्लाकर प्राण छोड़ दिये तब क्या हुआ था ?

उत्तर का संदर्भ:- और मन्दिर का पर्दा ऊपर से नीचे तक फटकर दो टुकड़े हो गया। (मरकुस 15:38)

#3. यीशु को दिन के किस समय में क्रूस पर चढ़ाया गया था ?

उत्तर का संदर्भ:- और पहर दिन चढ़ा था, जब उन्होंने उस को क्रूस पर चढ़ाया। (मरकुस 15:25)

#4. यीशु को क्या मिला हुआ दाखरस दिया गया था ?

उत्तर का संदर्भ:- और उसे गन्धरस मिला हुआ दाखरस देने लगे, परन्तु उस ने नहीं लिया। (मरकुस 15:23)

#5. यीशु को चिल्लाकर प्राण छोड़ते देखकर किसने कहा कि ‘‘सचमुच यह मनुष्य, परमेश्वर का पुत्र था’’ ?

उत्तर का संदर्भ:- जो सूबेदार उसके सम्हने खड़ा था, जब उसे यूं चिल्लाकर प्राण छोड़ते हुए देखा, तो उस ने कहा, सचमुच यह मनुष्य, परमेश्वर का पुत्र था। (मरकुस 15:39)

#6. गुलगुता नामक जगह का क्या अर्थ है ?

उत्तर का संदर्भ:- और वे उसे गुलगुता नाम जगह पर जिस का अर्थ खोपड़ी की जगह है लाए। (मरकुस 15:22)

#7. ‘इलोई, इलोई, लमा शबक्तनी’’ का क्या अर्थ है ?

उत्तर का संदर्भ:- तीसरे पहर यीशु ने बड़े शब्द से पुकार कर कहा, इलोई, इलोई, लमा शबक्तनी जिस का अर्थ यह है; हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया? (मरकुस 15:34)

#8. कौन से पहर में यीशु ने बड़े शब्द से पुकारकर कहा, ‘‘इलोई, इलोई, लमा शबक्तनी’’?

उत्तर का संदर्भ:- तीसरे पहर यीशु ने बड़े शब्द से पुकार कर कहा, इलोई, इलोई, लमा शबक्तनी जिस का अर्थ यह है; हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया? (मरकुस 15:34)

#9. लोगों को किसने उभारा था कि वह बरअब्बा ही को उनके लिये छोड़ दे ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु प्रधान याजकों ने लोगों को उभारा, कि वह बरअब्बा ही को उन के लिये छोड़ दे। (मरकुस 15:11)

#10. जब यीशु को कब्र में रखा जा रहा था तो कौन देख रही थीं कि वह कहाँ रखा गया है ?

उत्तर का संदर्भ:- और मरियम मगदलीनी और योसेस की माता मरियम देख रही थीं, कि वह कहां रखा गया है॥ (मरकुस 15:47)

#11. पिलातुस से यीशु का शव किसने माँगा था ?

उत्तर का संदर्भ:- अरिमतिया का रहेनवाला यूसुफ आया, जो प्रतिष्ठित मंत्री और आप भी परमेश्वर के राज्य की बाट जोहता था; वह हियाव करके पीलातुस के पास गया और यीशु की शव मांगी। (मरकुस 15:43)

#12. यीशु को जब क्रूस पर चढ़ाया गया था, जो पास खड़े थे, उनमें से कितनों ने यीशु की पुकार सुनकर किसको पुकारता है कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- जो पास खड़े थे, उन में से कितनों ने यह सुनकर कहा: देखो यह एलिय्याह को पुकारता है। (मरकुस 15:35)

#13. शमौन एक ………..मनुष्य था।

उत्तर का संदर्भ:- और सिकन्दर और रूफुस का पिता, शमौन नाम एक कुरेनी मनुष्य, जो गांव से आ रहा था उधर से निकला; उन्होंने उसे बेगार में पकड़ा, कि उसका क्रूस उठा ले चले। (मरकुस 15:21)

#14. कौन सा पहर होने पर सारे देश में अंधियारा छा गया, और कब तक रहा ?

उत्तर का संदर्भ:- और दोपहर होने पर, सारे देश में अन्धियारा छा गया; और तीसरे पहर तक रहा। (मरकुस 15:33)

#15. पिलातुस से यीशु को शव माँगनेवाला कहाँ का रहने वाला था ?

उत्तर का संदर्भ:- अरिमतिया का रहेनवाला यूसुफ आया, जो प्रतिष्ठित मंत्री और आप भी परमेश्वर के राज्य की बाट जोहता था; वह हियाव करके पीलातुस के पास गया और यीशु की शव मांगी। (मरकुस 15:43)

#16. जब यीशु पर कितनी बातों का दोष लगा रहे थे तब यीशु की क्या प्रतिक्रिया थी ?

उत्तर का संदर्भ:- यीशु ने फिर कुछ उत्तर नहीं दिया; यहां तक कि पीलातुस को बड़ा आश्चर्य हुआ॥ (मरकुस 15:05)

#17. बरअब्बा नाम का एक मनुष्य उन बलवाइयों के साथ बन्धुआ था, जिन्होंने बलवे में कौन सा अपराध किया था ?

उत्तर का संदर्भ:- और बरअब्बा नाम का एक मनुष्य उन बलवाइयों के साथ बन्धुआ था, जिन्हों ने बलवे में हत्या की थी। (मरकुस 15:07)

#18. भोर होते ही तुरन्त प्रधान याजकों, प्राचीनों, और शास्त्रियों ने वरन् सारी महासभा ने सलाह करके यीशु को बन्धवाया, और उसे ले जाकर किसके हाथ में सौ दिया था ?

उत्तर का संदर्भ:- और भोर होते ही तुरन्त महायाजकों, पुरनियों, और शास्त्रियों ने वरन सारी महासभा ने सलाह करके यीशु को बन्धवाया, और उसे ले जाकर पीलातुस के हाथ सौंप दिया। (मरकुस 15:01)

#19. पिलातुस ने किस इच्छा से, बरअब्बा को उनके लिये छोड़ दिया, और यीशु को कोड़े लगवाकर सौंप दिया, कि क्रूस पर चढ़ाया जाए ?

उत्तर का संदर्भ:- तक पीलातुस ने भीड़ को प्रसन्न करने की इच्छा से, बरअब्बा को उन के लिये छोड़ दिया, और यीशु को कोड़े लगवाकर सौंप दिया, कि क्रूस पर चढ़ाया जाए। (मरकुस 15:15)

#20. जिस स्थान पर यीशु का अपमान किया गया था वह स्थान क्या कहलता है ?

उत्तर का संदर्भ:- और सिपाही उसे किले के भीतर आंगन में ले गए जो प्रीटोरियुन कहलाता है, और सारी पलटन को बुला लाए। (मरकुस 15:16)

#21. शमौन नामक एक मनुष्य के दो पुत्रों के क्या नाम थे ?

उत्तर का संदर्भ:- और सिकन्दर और रूफुस का पिता, शमौन नाम एक कुरेनी मनुष्य, जो गांव से आ रहा था उधर से निकला; उन्होंने उसे बेगार में पकड़ा, कि उसका क्रूस उठा ले चले। (मरकुस 15:21)

#22. यीशु का क्या दोषपत्र लिखकर उसके ऊपर लगा दिया गया था ?

उत्तर का संदर्भ:- और उसका दोषपत्र लिखकर उसके ऊपर लगा दिया गया कि “यहूदियों का राजा”। (मरकुस 15:26)

#23. सिपाही और सैनिक दल यीशु का अपमान करने के लिये क्या कहकर उसे नमस्कार कर रहे थे ?

उत्तर का संदर्भ:- और यह कहकर उसे नमस्कार करने लगे, कि हे यहूदियों के राजा, नमस्कार! (मरकुस 15:18)

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