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यीशु मसीह की पहिचान एवं सामर्थ्य में बढ़ने के लिये सहायता

2 पतरस अध्याय 2 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | 2 Peter Chapter 2 Quiz Questions And Answers

प्रेरितों के काम अध्याय 17 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषीत होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. जो व्यक्ति जिससे हार गया है, वह उसका क्या बन जाता है ?

उत्तर का संदर्भ:- वे उन्हें स्वतंत्र होने की प्रतिज्ञा तो देते हैं, पर आप ही सड़ाहट के दास हैं, क्योंकि जो व्यक्ति जिस से हार गया है, वह उसका दास बन जाता है। (2 पतरस 02:19)

#2. ‘‘ये लोग सूखे कूएँ, और आँधी के उड़ाए हुए बादल हैं, उनके लिये अनन्त अन्धकार ठहराया गया है’’ यह वचन किसके लिये बोला गया है ?

उत्तर का संदर्भ:- निज करके उन्हें जो अशुद्ध अभिलाषाओं के पीछे शरीर के अनुसार चलते, और प्रभुता को तुच्छ जानते हैं: वे ढीठ, और हठी हैं, और ऊंचे पद वालों को बुरा भला कहने से नहीं डरते। ये लोग अन्धे कुंए, और आन्धी के उड़ाए हुए बादल हैं, उन के लिये अनन्त अन्धकार ठहराया गया है। (2 पतरस 02:17)

#3. परमेश्वर ने कौन से नगरों को विनाश का ऐसा दण्ड दिया, कि उन्हें भस्म करके राख में मिला दिया ताकि वे आने वाले भक्तिहीन लोगों की शिक्षा के लिये एक दृष्टान्त बनें ?

उत्तर का संदर्भ:- और सदोम और अमोरा के नगरों को विनाश का ऐसा दण्ड दिया, कि उन्हें भस्म करके राख में मिला दिया ताकि वे आने वाले भक्तिहीन लोगों की शिक्षा के लिये एक दृष्टान्त बनें। (2 पतरस 02:06)

#4. पतरस झूठे उपदेशक किस पाप के लिये बातें गढ़कर तुम्हें अपने लाभ का कारण बनाएँगे कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और वे लोभ के लिये बातें गढ़ कर तुम्हें अपने लाभ का कारण बनाएंगे, और जो दण्ड की आज्ञा उन पर पहिले से हो चुकी है, उसके आने में कुछ भी देर नहीं, और उन का विनाश ऊंघता नहीं। (2 पतरस 02:03)

#5. पतरस, जो अशुद्ध अभिलाषाओं के पीछे शरीर के अनुसार चलते हैं, उनकी आँखें में क्या बसा हुआ है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- उन ही आंखों में व्यभिचार बसा हुआ है, और वे पाप किए बिना रूक नहीं सकते: वे चंचल मन वालों को फुसला लेते हैं; उन के मन को लोभ करने का अभ्यास हो गया है, वे सन्ताप के सन्तान हैं। (2 पतरस 02:14)

#6. पतरस, झूठे उपदेशक किसका उद्घाटन छिप छिपकर करेंगे कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और जिस प्रकार उन लोगों में झूठे भविष्यद्वक्ता थे उसी प्रकार तुम में भी झूठे उपदेशक होंगे, जो नाश करने वाले पाखण्ड का उद्घाटन छिप छिपकर करेंगे और उस स्वामी का जिस ने उन्हें मोल लिया है इन्कार करेंगे और अपने आप को शीघ्र विनाश में डाल देंगे। (2 पतरस 02:01)

#7. पूर्व युग में कौन अधर्मियों के अशुद्ध चाल-चलन से बहुत दुःखी था जिसे परमेश्वर ने छुटकारा दिया ?

उत्तर का संदर्भ:- और धर्मी लूत को जो अधमिर्यों के अशुद्ध चाल-चलन से बहुत दुखी था छुटकारा दिया। (2 पतरस 02:07)

#8. परमेश्वर ने भक्तिहीन संसार पर महा जल-प्रलय भेजकर धार्मिकता के प्रचारक नूह समेत कितने व्यक्तियों को बचा लिया था ?

उत्तर का संदर्भ:- और प्रथम युग के संसार को भी न छोड़ा, वरन भक्तिहीन संसार पर महा जल-प्रलय भेजकर धर्म के प्रचारक नूह समेत आठ व्यक्तियों को बचा लिया। (2 पतरस 02:05)

#9. किसने अधर्म की मजदूरी को प्रिय जाना था ?

उत्तर का संदर्भ:- वे सीधे मार्ग को छोड़कर भटक गए हैं, और बओर के पुत्र बिलाम के मार्ग पर हो लिए हैं; जिस ने अधर्म की मजदूरी को प्रिय जाना। (2 पतरस 02:15)

#10. पुराने नियम में गदही ने मनुष्य की बोली से किस भविष्यद्वक्ता को उसके बावलेपन से रोका था ?

उत्तर का संदर्भ:- पर उसके अपराध के विषय में उलाहना दिया गया, यहां तक कि अबोल गदही ने मनुष्य की बोली से उस भविष्यद्वक्ता को उसके बावलेपन से रोका। (2 पतरस 02:16)

#11. ‘‘क्योंकि वह धर्मी उनके बीच में रहते हुये और उनके अधर्म के कामों को देख देखकर और सुन सुनकर, हर दिन अपने सच्चे मन को पीड़ित करता था’’ यह वचन किसके लिये बोला गया है ?

उत्तर का संदर्भ:- ( क्योंकि वह धर्मी उन के बीच में रहते हुए, और उन के अधर्म के कामों को देख देख कर, और सुन सुन कर, हर दिन अपने सच्चे मन को पीडित करता था)। (2 पतरस 02:08)

#12. पतरस, कौन लोग निर्बुद्धि पशुओं ही के तुल्य हैं, जो पकड़े जाने और नाश होने के लिये उत्पन्न हुए हैं कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- पर ये लोग निर्बुद्धि पशुओं ही के तुल्य हैं, जो पकड़े जाने और नाश होने के लिये उत्पन्न हुए हैं; और जिन बातों को जानते ही नहीं, उन के विषय में औरों को बुरा भला कहते हैं, वे अपनी सड़ाहट में आप ही सड़ जाएंगे। (2 पतरस 02:12)

#13. जो अशुद्ध अभिलाषाओं के पीछे शरीर के अनुसार चलते और प्रभुता को तुच्छ जानते हैं, वे ढीठ, और हठी हैं, और किन्हें बुरा भला कहने से नहीं डरते ?

उत्तर का संदर्भ:- निज करके उन्हें जो अशुद्ध अभिलाषाओं के पीछे शरीर के अनुसार चलते, और प्रभुता को तुच्छ जानते हैं: वे ढीठ, और हठी हैं, और ऊंचे पद वालों को बुरा भला कहने से नहीं डरते। (2 पतरस 02:10)

#14. पतरस, कौन उस प्रभु का जिसने उन्हें मोल लिया है इन्कार करेंगे और अपने आपको शीघ्र विनाश में डाल देंगे कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और जिस प्रकार उन लोगों में झूठे भविष्यद्वक्ता थे उसी प्रकार तुम में भी झूठे उपदेशक होंगे, जो नाश करने वाले पाखण्ड का उद्घाटन छिप छिपकर करेंगे और उस स्वामी का जिस ने उन्हें मोल लिया है इन्कार करेंगे और अपने आप को शीघ्र विनाश में डाल देंगे। (2 पतरस 02:01)

#15. परमेश्वर ने उन दूतों के साथ क्या किया जिन्होंने पाप किया था ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि जब परमेश्वर ने उन स्वर्गदूतों को जिन्हों ने पाप किया नहीं छोड़ा, पर नरक में भेज कर अन्धेरे कुण्डों में डाल दिया, ताकि न्याय के दिन तक बन्दी रहें। (2 पतरस 02:04)

#16. किन पर यह कहावत ठीक बैठती है ‘‘ कि कुत्ता अपनी छाँट की ओर और नहलाई हुई सूअरनी कीचड़ में लोटने के लिये फिर चली जाती है।’’ ?

उत्तर का संदर्भ:- कि कुत्ता अपनी छांट की ओर और धोई हुई सुअरनी कीचड़ में लोटने के लिये फिर चली जाती है॥ (2 पतरस 02:22)

#17. जो अशुद्ध अभिलाषाओं के पीछे शरीर के अनुसार चलते और प्रभुता को तुच्छ जानते हैं पतरस उनकी पिछली दशा पहली से भी क्यों बुरी हो गई कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और जब वे प्रभु और उद्धारकर्ता यीशु मसीह की पहचान के द्वारा संसार की नाना प्रकार की अशुद्धता से बच निकले, और फिर उन में फंस कर हार गए, तो उन की पिछली दशा पहिली से भी बुरी हो गई है। (2 पतरस 02:20)

#18. पतरस, जो अशुद्ध अभिलाषाओं के पीछे शरीर के अनुसार चलते हैं, वे क्या किये बिना रूक नहीं सकते कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- उन ही आंखों में व्यभिचार बसा हुआ है, और वे पाप किए बिना रूक नहीं सकते: वे चंचल मन वालों को फुसला लेते हैं; उन के मन को लोभ करने का अभ्यास हो गया है, वे सन्ताप के सन्तान हैं। (2 पतरस 02:14)

#19. प्रभु किसको परीक्षा में से निकाल लेना और किसको न्याय के दिन तक दण्ड की दशा में रखना भी जानता है ?

उत्तर का संदर्भ:- तो प्रभु के भक्तों को परीक्षा में से निकाल लेना और अधमिर्यों को न्याय के दिन तक दण्ड की दशा में रखना भी जानता है। (2 पतरस 02:09)

#20. पतरस, जो अशुद्ध अभिलाषाओं के पीछे शरीर के अनुसार चलते हैं, उनके मन को क्या करने का अभ्यास हो गया है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- उन ही आंखों में व्यभिचार बसा हुआ है, और वे पाप किए बिना रूक नहीं सकते: वे चंचल मन वालों को फुसला लेते हैं; उन के मन को लोभ करने का अभ्यास हो गया है, वे सन्ताप के सन्तान हैं। (2 पतरस 02:14)

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