Masih Jeevan

यीशु मसीह की पहिचान एवं सामर्थ्य में बढ़ने के लिये सहायता

1 पतरस अध्याय 3 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | 1 Peter Chapter 3 Quiz Questions And Answers

रोमियों अध्याय 15 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषीत होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. प्रभु किनके विमुख रहता है ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि प्रभु की आंखे धमिर्यों पर लगी रहती हैं, और उसके कान उन की बिनती की ओर लगे रहते हैं, परन्तु प्रभु बुराई करने वालों के विमुख रहता है॥ (01 पतरस 03:12)

#2. पतरस किसके कारण तुम दुःख भी उठाओ तो धन्य हो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और यदि तुम धर्म के कारण दुख भी उठाओ, तो धन्य हो; पर उन के डराने से मत डरो, और न घबराओ। (01 पतरस 03:14)

#3. पतरस के अनुसार, बपतिस्मा शरीर के मैल को दूर करने का अर्थ नहीं है, परन्तु बपतिस्मा का क्या अर्थ है ?

उत्तर का संदर्भ:- और उसी पानी का दृष्टान्त भी, अर्थात बपतिस्मा, यीशु मसीह के जी उठने के द्वारा, अब तुम्हें बचाता है; ( उस से शरीर के मैल को दूर करने का अर्थ नहीं है, परन्तु शुद्ध विवेक से परमेश्वर के वश में हो जाने का अर्थ है )। (01 पतरस 03:21)

#4. नूह ने जब जहाज बनाया था तो उस समय पानी से कितने लोग बच पाये थे ?

उत्तर का संदर्भ:- उसी में उस ने जाकर कैदी आत्माओं को भी प्रचार किया। जिन्होंने उस बीते समय में आज्ञा न मानी जब परमेश्वर नूह के दिनों में धीरज धर कर ठहरा रहा, और वह जहाज बन रहा था, जिस में बैठकर थोड़े लोग अर्थात आठ प्राणी पानी के द्वारा बच गए। (01 पतरस 03:19-20)

#5. मसीह ने जाकर किन कैद आत्माओं को प्रचार किया ?

उत्तर का संदर्भ:- उसी में उस ने जाकर कैदी आत्माओं को भी प्रचार किया। जिन्होंने उस बीते समय में आज्ञा न मानी जब परमेश्वर नूह के दिनों में धीरज धर कर ठहरा रहा, और वह जहाज बन रहा था, जिस में बैठकर थोड़े लोग अर्थात आठ प्राणी पानी के द्वारा बच गए। (01 पतरस 03:19-20)

#6. यीशु मसीह स्वर्ग पर जाकर परमेश्वर की दाहिनी ओर बैठ गया और कौन-कौन उसके अधीन किये गये हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- वह स्वर्ग पर जाकर परमेश्वर के दाहिनी ओर बैठ गया; और स्वर्गदूत और अधिकारी और सामर्थी उसके आधीन किए गए हैं॥ (01 पतरस 03:22)

#7. पतरस, तुम आशीष के क्या होने के लिये बुलाए गए हो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- बुराई के बदले बुराई मत करो; और न गाली के बदले गाली दो; पर इस के विपरीत आशीष ही दो: क्योंकि तुम आशीष के वारिस होने के लिये बुलाए गए हो। (01 पतरस 03:09)

#8. पतरस, पतियों को किसको निर्बल पात्र जानकर उसका आदर करो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- वैसे ही हे पतियों, तुम भी बुद्धिमानी से पत्नियों के साथ जीवन निर्वाह करो और स्त्री को निर्बल पात्र जान कर उसका आदर करो, यह समझ कर कि हम दोनों जीवन के वरदान के वारिस हैं, जिस से तुम्हारी प्रार्थनाएं रुक न जाएं॥ (01 पतरस 03:07)

#9. पतरस, कब पत्नियों को सारा की बेटियाँ ठहरोगी कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- जैसे सारा इब्राहीम की आज्ञा में रहती और उसे स्वामी कहती थी: सो तुम भी यदि भलाई करो, और किसी प्रकार के भय से भयभीत न हो तो उस की बेटियां ठहरोगी॥ (01 पतरस 03:06)

#10. प्रभु की आँखे किस पर लगी रहती हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि प्रभु की आंखे धमिर्यों पर लगी रहती हैं, और उसके कान उन की बिनती की ओर लगे रहते हैं, परन्तु प्रभु बुराई करने वालों के विमुख रहता है॥ (01 पतरस 03:12)

#11. मसीह शरीर के भाव से तो घात किया गया, पर किस भाव से जिलाया गया ?

उत्तर का संदर्भ:- इसलिये कि मसीह ने भी, अर्थात अधमिर्यों के लिये धर्मी ने पापों के कारण एक बार दुख उठाया, ताकि हमें परमेश्वर के पास पहुंचाए: वह शरीर के भाव से तो घात किया गया, पर आत्मा के भाव से जिलाया गया। (01 पतरस 03:18)

#12. पतरस, किसके डराने से मत डरो, और न घबराओ कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और यदि तुम धर्म के कारण दुख भी उठाओ, तो धन्य हो; पर उन के डराने से मत डरो, और न घबराओ। (01 पतरस 03:14)

#13. सारा अब्राहम की आज्ञा में रहती और उसे क्या पुकारती थी ?

उत्तर का संदर्भ:- जैसे सारा इब्राहीम की आज्ञा में रहती और उसे स्वामी कहती थी: सो तुम भी यदि भलाई करो, और किसी प्रकार के भय से भयभीत न हो तो उस की बेटियां ठहरोगी॥ (01 पतरस 03:06)

#14. पतरस, पत्नियों को तुम्हारा श्रृंगार क्या न हो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और तुम्हारा सिंगार, दिखावटी न हो, अर्थात बाल गूंथने, और सोने के गहने, या भांति भांति के कपड़े पहिनना। (01 पतरस 03:03)

#15. पतरस कहते हैं कि यदि परमेश्वर की यही इच्छा हो कि तुम भलाई करने के कारण दुःख उठाओ, तो यह बुराई करने के कारण दुःख उठाने की अपेक्षा क्या है ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि यदि परमेश्वर की यही इच्छा हो, कि तुम भलाई करने के कारण दुख उठाओ, तो यह बुराई करने के कारण दुख उठाने से उत्तम है। (01 पतरस 03:17)

#16. पतरस, जो कोई जीवन की इच्छा रखता है, और अच्छे दिन देखना चाहता है वह क्या करे कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि जो कोई जीवन की इच्छा रखता है, और अच्छे दिन देखना चाहता है, वह अपनी जीभ को बुराई से, और अपने होंठों को छल की बातें करने से रोके रहे। (01 पतरस 03:10)

#17. पतरस, पतियों को पत्नियों के साथ कैसा जीवन निर्वाह करो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- वैसे ही हे पतियों, तुम भी बुद्धिमानी से पत्नियों के साथ जीवन निर्वाह करो और स्त्री को निर्बल पात्र जान कर उसका आदर करो, यह समझ कर कि हम दोनों जीवन के वरदान के वारिस हैं, जिस से तुम्हारी प्रार्थनाएं रुक न जाएं॥ (01 पतरस 03:07)

#18. पतरस, जो कोई तुम से किस विषय में पूछे, तो उसे उत्तर देने के लिये सर्वदा तैयार रहो, पर नम्रता और भय के साथ कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- पर मसीह को प्रभु जान कर अपने अपने मन में पवित्र समझो, और जो कोई तुम से तुम्हारी आशा के विषय में कुछ पूछे, तो उसे उत्तर देने के लिये सर्वदा तैयार रहो, पर नम्रता और भय के साथ। (01 पतरस 03:15)

#19. पतरस, पत्नियों को तुम्हारा छिपा हुआ और गुप्त मनुष्यत्व कौन सी अविनाशी सजावट से सुसज्जित रहे, क्योंकि परमेश्वर की दृष्टि में इसका मूल्य बड़ा है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- वरन तुम्हारा छिपा हुआ और गुप्त मनुष्यत्व, नम्रता और मन की दीनता की अविनाशी सजावट से सुसज्ज़ित रहे, क्योंकि परमेश्वर की दृष्टि में इसका मूल्य बड़ा है। (01 पतरस 03:04)

#20. पतरस, बुराई के बदले बुराई मत करो और न गाली के बदले गाली दो, पर इसके विपरीत क्या दो कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- बुराई के बदले बुराई मत करो; और न गाली के बदले गाली दो; पर इस के विपरीत आशीष ही दो: क्योंकि तुम आशीष के वारिस होने के लिये बुलाए गए हो। (01 पतरस 03:09)

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