याकूब अध्याय 5 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | James Chapter 5 Quiz Questions And Answers
November 6, 2024

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#1. याकूब जिन भविष्यद्वक्ताओं ने प्रभु के नाम से बातें की, उनको किस विषय में आदर्श समझो कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- हे भाइयो, जिन भविष्यद्वक्ताओं ने प्रभु के नाम से बातें की, उन्हें दुख उठाने और धीरज धरने का एक आदर्श समझो। (याकूब 05:10)
#2. याकूब यदि तुम में कोई रोगी है, तो कलीसिया के किसको बुलाए, और वे प्रभु के नाम से उस पर तेल मल कर उसके लिये प्रार्थना करें कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- यदि तुम में कोई रोगी हो, तो कलीसिया के प्राचीनों को बुलाए, और वे प्रभु के नाम से उस पर तेल मल कर उसके लिये प्रार्थना करें। (याकूब 05:14)
#3. याकूब धनवानों को आने वाले क्लेशों पर क्या करो कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- हे धनवानों सुन तो लो; तुम अपने आने वाले क्लेशों पर चिल्ला-चिल्लाकर रोओ। (याकूब 05:01)
#4. याकूब तुम शपथ न खाना क्यों कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- पर हे मेरे भाइयों, सब से श्रेष्ठ बात यह है, कि शपथ न खाना; न स्वर्ग की न पृथ्वी की, न किसी और वस्तु की, पर तुम्हारी बातचीत हां की हां, और नहीं की नहीं हो, कि तुम दण्ड के योग्य न ठहरो॥ (याकूब 05:12)
#5. याकूब धनवानों को तुम्हारा धन क्या हो गया है कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- तुम्हारा धन बिगड़ गया और तुम्हारे वस्त्रों को कीड़े खा गए। (याकूब 05:02)
#6. याकूब ने पुराने नियम से धीरज धरने के विषय में किसके नाम का वर्णन किया है ?
उत्तर का संदर्भ:- देखो, हम धीरज धरने वालों को धन्य कहते हैं: तुम ने अय्यूब के धीरज के विषय में तो सुना ही है, और प्रभु की ओर से जो उसका प्रतिफल हुआ उसे भी जान लिया है, जिस से प्रभु की अत्यन्त करूणा और दया प्रगट होती है। (याकूब 05:11)
#7. याकूब धनवानों को पृथ्वी पर कैसा जीवन यापन किया कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- तुम पृथ्वी पर भोग-विलास में लगे रहे और बड़ा ही सुख भोगा; तुम ने इस वध के दिन के लिये अपने हृदय का पालन-पोषण करके मोटा ताजा किया। (याकूब 05:05)
#8. याकूब एक-दूसरे पर दोष न लगाओ, क्यों कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- हे भाइयों, एक दूसरे पर दोष न लगाओ ताकि तुम दोषी न ठहरो, देखो, हाकिम द्वार पर खड़ा है। (याकूब 05:09)
#9. याकूब 05 अध्याय के अनुसार कौन सी प्रार्थना के द्वारा रोगी बच जाएगा और प्रभु उसको उठाकर खड़ा करेगा ?
उत्तर का संदर्भ:- और विश्वास की प्रार्थना के द्वारा रोगी बच जाएगा और प्रभु उस को उठा कर खड़ा करेगा; और यदि उस ने पाप भी किए हों, तो उन की भी क्षमा हो जाएगी। (याकूब 05:15)
#10. याकूब 05 अध्याय के अनुसार हम एक प्राण को मृत्यु से कैसे बचाएगें ?
उत्तर का संदर्भ:- तो वह यह जान ले, कि जो कोई किसी भटके हुए पापी को फेर लाएगा, वह एक प्राण को मृत्यु से बचाएगा, और अनेक पापों पर परदा डालेगा॥ (याकूब 05:20)
#11. याकूब धनवानों को जिन मजदूरों ने तुम्हारे खेत काटे, उनकी मजदूरी तुम ने कैसे रख ली है कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- देखो, जिन मजदूरों ने तुम्हारे खेत काटे, उन की वह मजदूरी जो तुम ने धोखा देकर रख ली है चिल्ला रही है, और लवने वालों की दोहाई, सेनाओं के प्रभु के कानों तक पहुंच गई है। (याकूब 05:04)
#12. याकूब पृथ्वी की बहुमूल्य फसल की आशा रखता हुआ प्रथम और अन्तिम वर्षा होने तक कौन धीरज धरता है कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- सो हे भाइयों, प्रभु के आगमन तक धीरज धरो, देखो, किसान पृथ्वी के बहुमूल्य फल की आशा रखता हुआ प्रथम और अन्तिम वर्षा होने तक धीरज धरता है। (याकूब 05:07)
#13. याकूब यदि तुम में कोई आनन्दित है, तो क्या करे कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- यदि तुम में कोई दुखी हो तो वह प्रार्थना करे: यदि आनन्दित हो, तो वह स्तुति के भजन गाए। (याकूब 05:13)
#14. याकूब 05 अध्याय के अनुसार कौन हमारे समान दुःख-सुख भोगी मनुष्य था, और उसने गिड़गिड़ाकर प्रार्थना की कि मेंह न बरसे, और साढ़े तीन वर्ष तक भूमि पर मेंह न बरसा ?
उत्तर का संदर्भ:- एलिय्याह भी तो हमारे समान दुख-सुख भोगी मनुष्य था; और उस ने गिड़िगड़ा कर प्रार्थना की; कि मेंह न बरसे; और साढ़े तीन वर्ष तक भूमि पर मेंह नहीं बरसा। (याकूब 05:17)
#15. याकूब 05 अध्याय के अनुसार किसकी प्रार्थना के प्रभाव से बहुत कुछ हो सकता है ?
उत्तर का संदर्भ:- इसलिये तुम आपस में एक दूसरे के साम्हने अपने अपने पापों को मान लो; और एक दूसरे के लिये प्रार्थना करो, जिस से चंगे हो जाओ; धर्मी जन की प्रार्थना के प्रभाव से बहुत कुछ हो सकता है। (याकूब 05:16)
#16. याकूब यदि तुम में कोई क्या हो तो वह प्रार्थना करे कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- यदि तुम में कोई दुखी हो तो वह प्रार्थना करे: यदि आनन्दित हो, तो वह स्तुति के भजन गाए। (याकूब 05:13)
#17. याकूब धनवानों को तुम्हारे सोने-चाँदी में क्या लग गई है कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- तुम्हारे सोने-चान्दी में काई लग गई है; और वह काई तुम पर गवाही देगी, और आग की नाईं तुम्हारा मांस खा जाएगी: तुम ने अन्तिम युग में धन बटोरा है। (याकूब 05:03)
#18. याकूब हमें कब तक धीरज धरने के लिये कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- सो हे भाइयों, प्रभु के आगमन तक धीरज धरो, देखो, गृहस्थ पृथ्वी के बहुमूल्य फल की आशा रखता हुआ प्रथम और अन्तिम वर्षा होने तक धीरज धरता है। (याकूब 05:07)
#19. याकूब धनवानों को काई आग के समान तुम्हारा क्या खा जाएगी कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- तुम्हारे सोने-चान्दी में काई लग गई है; और वह काई तुम पर गवाही देगी, और आग की नाईं तुम्हारा मांस खा जाएगी: तुम ने अन्तिम युग में धन बटोरा है। (याकूब 05:03)
#20. याकूब धनवानों को तुम्हारे वस्त्रों को क्या खा गये हैं कहते हैं ?
उत्तर का संदर्भ:- तुम्हारा धन बिगड़ गया और तुम्हारे वस्त्रों को कीड़े खा गए। (याकूब 05:02)