यीशु मसीह के पहले आगमन की भविष्यद्वाणियां | Yeshu Masih Ke Pahle Aagman Ki Bhavishyavaniya

Bro. Deva

यह वेबसाइट आत्मिक जीवन एवं परमेश्वर के सामर्थ में बढ़ने, आलौकिक एवं जयवन्त मसीह जीवन जीने, परमेश्वर के वचन को सरलता एवं गहराई से समझने में मदद करेगी। यदि आप परमेश्वर, प्रभु यीशु मसीह के वचन को समझने के लिये भूखे और प्यासे हैं तो मेरा विश्वास है कि यह वेबसाईट आपके लिये सहायक सिद्ध होगी।

Contact Info



Mail Address

masihjeevan2@gmail.com

Office Address

Nagpur

Maharashtra

यीशु मसीह के पहले आगमन की भविष्यद्वाणियां

यीशु मसीह के आगमन के विषय में वर्षो पूर्व हो चुकी थी भविष्यद्वाणियां ?

मेरे प्रियों यीशु के जन्म से बहुत समय पूर्व ही यह भविष्यद्वाणी की जा चुकी थी कि वह आएगा। यीशु मसीह पृथ्वी पर आने की घोषणा के बिना नहीं आया। वह तब आया जब समय पूरा हुआ। जब हम इन भविष्यद्वाणियों का अध्ययन करते हैं, जो छोटी से छोटी बात में भी पूरी हुई, तो परमेश्वर में हमारा विश्वास और भी बढ़ता है, ऐसा परमेश्वर जो न केवल सब बातें की योजना बनाता है परन्तु प्रत्येक विवरण की रूप रेखा भी तैयार करता है।
         जब हम देखते हैं कि ये भविष्यद्वाणियां अक्षरशः पूरी हुई है, तब पवित्र शास्त्र की ईश्वरीय प्रेरणा में हमारा विश्वास और भी दृढ़ हो जाता है, जो यह दर्शाती है कि बाईबल भिन्न-भिन्न लेखकों द्वारा लिखी गई पुस्तकों का समूह मात्र नहीं है परन्तु एक ही लेखक -परमेश्वर-द्वारा लिखी गई एक ही पुस्तक है। पूरी हुई भविष्यद्वाणियों से हमारा विश्वास शक्ति पाता है और दृढ़ता के साथ बिना डगमगाए बना रहता है।
आईये मेरे भाईयो, बहनों हम पुराने नियम में से ज्यादा नहीं केवल 05 भविष्यद्वाणियों को देखते हैं जो नया नियम में पुरा हुआ:-

01. यीशु मसीह इस्राएल (याकूब) में से आएगा।

           जब हम पुराने नियम में गिनती की पुस्तक को पढ़ते हैं तो वहां पर इस विषय की भविष्यद्वाणी की गई थी। मेरे प्रियों गिनती की पुस्तक लगभग 1600 ईसा पूर्व लेख की गई थी अर्थात यीशु मसीह के जन्म के 1600 वर्ष पूर्व ही इस बात को बता दिया गया था जो नया नियम में पूरा हुआ। आईये परमेश्वर के वचन से देखते हैं:-
भविष्यद्वाणी
गिनती 24ः17-19‘‘मैं उसको देखूंगा तो सही, परन्तु अभी नहीं; मैं उसको निहारूंगा तो सही, परन्तु समीप होके नहीं: याकूब में से एक तारा उदय होगा, और इस्त्राएल में से एक राज दण्ड उठेगा; जो मोआब की अलंगों को चूर कर देगा, जो सब दंगा करने वालों को गिरा देगा। तब एदोम और सेईर भी, जो उसके शत्रु हैं, दोनों उसके वश में पड़ेंगे, और इस्त्राएल वीरता दिखाता जाएगा। और याकूब ही में से एक अधिपति आवेगा जो प्रभुता करेगा, और नगर में से बचे हुओं को भी सत्यानाश करेगा॥”
          मेरे प्रियो लगभग 1600 ईसा पूर्व भविष्यद्वक्ता बिलाम जो सर्वषक्तिमान परमेश्वर से खुली ऑखों से दर्शन पाता था, परमेश्वर से बातें करता था भविष्यद्वाणी किया था कि याकूब (इस्त्राएल) में से एक तारा उदय होगा, और इस्त्राएल में से एक राज दण्ड उठेगा जो यीशु मसीह के विषय में है।
भविष्यद्वाणी का पूरा होना
मत्ती 01ः1-17में हम पढ़ते हैं तो पाते हैं कि यीशु मसीह की पूरी वंशावली दी गई है जहां स्पष्ट है कि यीशु मसीह यहूदी घर में पैदा हुआ और इब्राहीम, इसहाक, याकूब और दाऊद का वंशज था।”

02. यीशु मसीह दाऊद के घराने और यहूदा के गोत्र में पैदा होगा।

यीशु मसीह दाऊद के घराने और यहूदा के गोत्र में पैदा होगा इस विषय में भविष्यद्वाणी देखते हैं:-
भविष्यद्वाणी
उत्पत्ति 49ः10जब तक शीलो न आए तब तक न तो यहूदा से राजदण्ड छूटेगा, न उसके वंश से व्यवस्था देनेवाला अलग होगा; और राज्य राज्य के लोग उसके आधीन हो जाएंगे॥
            इस वचन का अर्थ यह है कि यहूदा से प्रषासन का राजदण्ड और राज्य अलग नहीं होंगे, अर्थात यहूदा का गोत्र शासन करने वाला होगा और उसी में से मसीह आयेगा जिसका राज्य काल अनन्त का होगा और वह लोगों में आज्ञाकारिता लायेगा। यह भविष्यद्वाणी लगभग 1688 ईसा पूर्व हुई थी।
यशायाह 11ः01-02 – ‘‘तब यिशै के ठूंठ में से एक डाली फूट निकलेगी और उसकी जड़ में से एक शाखा निकल कर फलवन्त होगी। और यहोवा की आत्मा, बुद्धि और समझ की आत्मा, युक्ति और पराक्रम की आत्मा, और ज्ञान और यहोवा के भय की आत्मा उस पर ठहरी रहेगी।”
यशायाह भविष्यद्वक्ता ने लगभग 700 ईसा पूर्व यह भविष्यद्वाणी की थी कि यिशै के ठूंठ में से (यिशै दाऊद का पिता है) एक डाली फूट निकलेगी अर्थात परमेश्वर का राज्य यिशै के ठूंठ में से उत्पन्न होकर फैलेगा, उसकी जड़ में से एक शाखा निकल कर फलवन्त होगी अर्थात मसीहा फलवन्त होगा, बढ़ेगा और दूसरों का पोषण करेगा और वह दाऊद के वंष से आयेगा और दाऊद की वाचा की प्रतिज्ञाओं को पूरा करेगा। परमेश्वर पिता की इच्छा को जारी रखने और राष्ट्रो के लिये पूरा उद्धार लाने के लिये मसीह पवित्र आत्मा द्वारा प्रभावषाली ढंग से अभिषिक्त होगा। इस प्रकार यषायह भविष्यद्वक्ता ने यीशु मसीह के आने के विषय में भविष्यद्वाणी 700 ईसा पूर्व किया था।
भविष्यद्वाणी का पूरा होना
लूका 01ः31-33‘‘और देख, तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा; तू उसका नाम यीशु रखना। वह महान होगा; और परमप्रधान का पुत्र कहलाएगा; और प्रभु परमेश्वर उसके पिता दाऊद का सिंहासन उस को देगा। और वह याकूब के घराने पर सदा राज्य करेगा; और उसके राज्य का अन्त न होगा।
पुराने नियम की ऊपर लिखे दोनो भविष्यद्वाणियां हमारे उद्धारकर्ता यीशु मसीह में पूरी हुई। लूका में लिखी भविष्यद्वाणी भी जो स्वर्गदूत ने मरियम से कहां हर एक बात पुरी हुई।

03. यीशु मसीह बैतलहम में पैदा होगा।

यीशु मसीह बैतलहम में पैदा होगा इसकी भी भविष्यद्वाणी मीका की किताब में जो लगभग 740 ईसा पूर्व हो चुकी थी।
भविष्यद्वाणी
मीका 05ः02‘‘हे बेतलेहेम एप्राता, यदि तू ऐसा छोटा है कि यहूदा के हजारों में गिना नहीं जाता, तौभी तुझ में से मेरे लिये एक पुरूष निकलेगा, जो इस्राएलियों में प्रभुता करने वाला होगा; और उसका निकलना प्राचीन काल से, वरन अनादि काल से होता आया है।
भविष्यद्वक्ता मीका ने लगभग 740 ईसा पूर्व भविष्यद्वाणी की थी कि बैतलहम से एक पुरूष निकलेगा जो इस्त्रालियों पर प्रभुता करेंगा और परमेश्वर की यह योजना प्राचीन काल से हुआ है।
भविष्यद्वाणी का पूरा होना
लूका 02ः4-7 –  ‘‘सो यूसुफ भी इसलिये कि वह दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया। कि अपनी मंगेतर मरियम के साथ जो गर्भवती थी नाम लिखवाए। उन के वहां रहते हुए उसके जनने के दिन पूरे हुए। और वह अपना पहिलौठा पुत्र जनी और उसे कपड़े में लपेटकर चरनी में रखा: क्योंकि उन के लिये सराय में जगह न थी। “

04. यीशु मसीह एक कुंवारी से जन्म लेगा।

यीशु मसीह एक कुंवारी से जन्म लेगा और उसका नाम इम्मानुएल रखा जायेगा यषायाह भविष्यद्वक्ता ने लगभग 700 ईसा पूर्व भविष्यद्वाणी की थी।
भविष्यद्वाणी
यशायाह 07ः14‘‘इस कारण प्रभु आप ही तुम को एक चिन्ह देगा। सुनो, एक कुमारी गर्भवती होगी और पुत्र जनेगी, और उसका नाम इम्मानूएल रखेगी।
भविष्यद्वाणी का पूरा होना
मत्ती 01ः18-23‘‘अब यीशु मसीह का जन्म इस प्रकार से हुआ, कि जब उस की माता मरियम की मंगनी यूसुफ के साथ हो गई, तो उन के इकट्ठे होने के पहिले से वह पवित्र आत्मा की ओर से गर्भवती पाई गई। सो उसके पति यूसुफ ने जो धर्मी था और उसे बदनाम करना नहीं चाहता था, उसे चुपके से त्याग देने की मनसा की। जब वह इन बातों के सोच ही में था तो प्रभु का स्वर्गदूत उसे स्वप्न में दिखाई देकर कहने लगा; हे यूसुफ दाऊद की सन्तान, तू अपनी पत्नी मरियम को अपने यहां ले आने से मत डर; क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है। वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना; क्योंकि वह अपने लोगों का उन के पापों से उद्धार करेगा। यह सब कुछ इसलिये हुआ कि जो वचन प्रभु ने भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा था; वह पूरा हो। कि, देखो एक कुंवारी गर्भवती होगी और एक पुत्र जनेगी और उसका नाम इम्मानुएल रखा जाएगा जिस का अर्थ यह है “ परमेश्वर हमारे साथ”।

05. मसीह का आना एक अग्रदूत द्वारा घोषित किया जाएगा।

यीशु मसीह का आना एक अग्रदूत द्वारा घोषित किया जाएगा इस विषय में भी यषायाह भविष्यद्वक्ता द्वारा 700 ईसा पूर्व भविष्यद्वाणी की गई थी।
भविष्यद्वाणी
यशायाह 40ः03‘‘किसी की पुकार सुनाई देती है, जंगल में यहोवा का मार्ग सुधारो, हमारे परमेश्वर के लिये अराबा में एक राजमार्ग चौरस करो।”
भविष्यद्वाणी का पूरा होना
यह भविष्यद्वाणी यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले में पूरी हुई।
मत्ती 03ः03‘‘उन दिनों में यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला आकर यहूदिया के जंगल में यह प्रचार करने लगा कि मन फिराओय क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है। यह वही है जिस की चर्चा यशायाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा की गई कि जंगल में एक पुकारने वाले का शब्द हो रहा है, कि प्रभु का मार्ग तैयार करो, उस की सड़कें सीधी करो।”
निष्कर्ष:- यीशु मसीह का इस पृथ्वी पर आना अप्रत्याशित (अचानक) घटना नहीं थी। कई सौ वर्षों पूर्व भविष्यद्वाणी हुई थी और हर एक छोटी बात जो परमेश्वर यहोवा ने अपने भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा कही गई थी पूरी हुई। मेरे प्रियों हमारा परमेश्वर सच्चा है। प्रभु यीशु मसीह को परमेश्वर का पुत्र और मनुष्यों के उद्धारकर्ता के रूप में आपने जो विश्वास किया है, उस विश्वास को और दृढ़ और मजबूत करें।
आमीन।

One response to “यीशु मसीह के पहले आगमन की भविष्यद्वाणियां | Yeshu Masih Ke Pahle Aagman Ki Bhavishyavaniya”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *