Masih Jeevan

यीशु मसीह की पहिचान एवं सामर्थ्य में बढ़ने के लिये सहायता

1 तीमुथियुस अध्याय 6 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | 1 Timothy Chapter 6 Quiz Questions And Answers

प्रेरितों के काम अध्याय 21 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी हृदय से गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषीत होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. 01 तीमुथियुस 06 अध्याय में परमेश्वर कौन सी ज्योति में रहता है बताया गया है ?

उत्तर का संदर्भ:- और अमरता केवल उसी की है, और वह अगम्य ज्योति में रहता है, और न उसे किसी मनुष्य ने देखा, और न कभी देख सकता है: उस की प्रतिष्ठा और राज्य युगानुयुग रहेगा। आमीन॥ (01 तीमुथियुस 06:16)

#2. पौलुस कहते हैं जिनकी बुद्धि बिगड़ गई है और सत्य से विहीन हो गये हैं, वेे भक्ति को क्या समझते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और उन मनुष्यों में व्यर्थ रगड़े झगड़े उत्पन्न होते हैं, जिन की बुद्धि बिगड़ गई है और वे सत्य से विहीन हो गए हैं, जो समझते हैं कि भक्ति कमाई का द्वार है। (01 तीमुथियुस 06:05)

#3. 01 तीमुथियुस 06 अध्याय के अनुसार पौलुस तीमुथियुस को किसका पीछा करने के लिये बढ़ावा देते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- पर हे परमेश्वर के जन, तू इन बातों से भाग; और धर्म, भक्ति, विश्वास, प्रेम, धीरज, और नम्रता का पीछा कर। (01 तीमुथियुस 06:11)

#4. 01 तीमुथियुस 06 अध्याय के अनुसार सब प्रकार की बुराईयों का जड़ क्या है ?

उत्तर का संदर्भ:- क्योंकि रूपये का लोभ सब प्रकार की बुराइयों की जड़ है, जिसे प्राप्त करने का प्रयत्न करते हुए कितनों ने विश्वास से भटक कर अपने आप को नाना प्रकार के दुखों से छलनी बना लिया है॥ (01 तीमुथियुस 06:10)

#5. 01 तीमुथियुस 06 अध्याय के अनुसार पौलुस बड़ी कमाई क्या है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- पर सन्तोष सहित भक्ति बड़ी कमाई है। (01 तीमुथियुस 06:06)

#6. पौलुस के अनुसार जो धनी होना चाहते हैं, वे ऐसी परीक्षा, और फंदे और बहुतेरे व्यर्थ और हानिकारक लालसाओं में फंसते हैं, जो मनुष्यों को क्या कर देती है और कहां डूबा देती है ?

उत्तर का संदर्भ:- पर जो धनी होना चाहते हैं, वे ऐसी परीक्षा, और फंदे और बहुतेरे व्यर्थ और हानिकारक लालसाओं में फंसते हैं, जो मनुष्यों को बिगाड़ देती हैं और विनाश के समुद्र में डूबा देती हैं। (01 तीमुथियुस 06:09)

#7. पौलुस तीमुथियुस को इस संसार के धनवानों को किस में धनी बने करके आज्ञा दे कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और भलाई करें, और भले कामों में धनी बनें, और उदार और सहायता देने में तत्पर हों। (01 तीमुथियुस 06:17)

#8. 01 तीमुथियुस 06 अध्याय के अनुसार दास को अपने स्वामी को बड़े आदर के योग्य क्यों जानना चाहिये ?

उत्तर का संदर्भ:- जितने दास जूए के नीचे हैं, वे अपने अपने स्वामी को बड़े आदर के योग्य जानें, ताकि परमेश्वर के नाम और उपदेश की निन्दा न हो। (01 तीमुथियुस 06:01)

#9. पौलुस ने उन दासों का क्या सलाह दिये जिनके स्वामी विश्वासी हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और जिन के स्वामी विश्वासी हैं, इन्हें वे भाई होने के कारण तुच्छ न जानें; वरन उन की और भी सेवा करें, क्योंकि इस से लाभ उठाने वाले विश्वासी और प्रेमी हैं: इन बातों का उपदेश किया कर और समझाता रह॥ (01 तीमुथियुस 06:02)

#10. 01 तीमुथियुस 06 अध्याय के अनुसार पौलुस किसे अभिमानी हो गया है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- यदि कोई और ही प्रकार का उपदेश देता है; और खरी बातों को, अर्थात हमारे प्रभु यीशु मसीह की बातों को और उस उपदेश को नहीं मानता, जो भक्ति के अनुसार है। (01 तीमुथियुस 06:03)

#11. पौलुस संतोष सहित भक्ति बड़ी कमाई क्यों है कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- पर सन्तोष सहित भक्ति बड़ी कमाई है। क्योंकि न हम जगत में कुछ लाए हैं और न कुछ ले जा सकते हैं। (01 तीमुथियुस 06:06-07)

#12. पौलुस तिमुथियुस को किसकी अच्छी कुश्ती लड़ने के लिये प्रोत्साहित करते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- विश्वास की अच्छी कुश्ती लड़; और उस अनन्त जीवन को धर ले, जिस के लिये तू बुलाया, गया, और बहुत गवाहों के साम्हने अच्छा अंगीकार किया था। (01 तीमुथियुस 06:12)

#13. पौलुस तीमुथियुस को इस संसार के धनवानों को किस पर आशा न रखने की आज्ञा दे कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- इस संसार के धनवानों को आज्ञा दे, कि वे अभिमानी न हों और चंचल धन पर आशा न रखें, परन्तु परमेश्वर पर जो हमारे सुख के लिये सब कुछ बहुतायत से देता है। (01 तीमुथियुस 06:17)

#14. पौलुस विवाद और शब्दों पर तर्क करने से क्या उत्पन्न होते हैं कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- तो वह अभिमानी हो गया, और कुछ नहीं जानता, वरन उसे विवाद और शब्दों पर तर्क करने का रोग है, जिन से डाह, और झगड़े, और निन्दा की बातें, और बुरे बुरे सन्देह। (01 तीमुथियुस 06:04)

#15. पौलुस विश्वासियों को कैसे संतोष करना चाहिए कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- और यदि हमारे पास खाने और पहिनने को हो, तो इन्हीं पर सन्तोष करना चाहिए। (01 तीमुथियुस 06:08)

#16. हमारे सुख के लिये सब कुछ बहुतायत से कौन देता है ?

उत्तर का संदर्भ:- इस संसार के धनवानों को आज्ञा दे, कि वे अभिमानी न हों और चंचल धन पर आशा न रखें, परन्तु परमेश्वर पर जो हमारे सुख के लिये सब कुछ बहुतायत से देता है। (01 तीमुथियुस 06:17)

Previous
Finish

Results

Congratulation…! You are Passed

Sorry…! Better Luck Next Time

2 Replies to “1 तीमुथियुस अध्याय 6 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | 1 Timothy Chapter 6 Quiz Questions And Answers”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *