Masih Jeevan

यीशु मसीह की पहिचान एवं सामर्थ्य में बढ़ने के लिये सहायता

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यीशु मसीह की मानवता | Yeshu Masih Ki Manavata

यीशु मसीह की मानवता

उद्धारकर्ता बनने के लिये यीशु को न केवल ईश्वरीय होना और कुंवारी से जन्म लेना आवश्यक था (जो हमने यीशु मसीह का कुंवारी से जन्म का महत्व एवं यीशु मसीह का ईश्वरत्व लेख में पढ़े हैं) परंतु उसे वास्तविक मनुष्य होना भी आवश्यक था। पापी होने के अतिरिक्त वह अन्य सभी बातों में हमारे समान मानव था। 01 तीमुथियुस Read more…


क्या है यीशु मसीह का ईश्वरत्व | Kya Hai Yeshu Masih Ka Ishwaratv

यीशु मसीह का ईश्वरत्व

मेरे प्रिय भाई और बहनों यीशु मसीह पूर्ण वास्तविक मनुष्य भी था और पूर्ण वास्तविक ईश्वर भी था न कि मनुष्य और ईश्वर का मिश्रण। आगे के लेख हम यीशु मसीह पूर्ण मनुष्य भी है के विषय में अध्ययन करेंगे। इस लेख में हम यीशु मसीह के ईश्वरत्व के विषय में जानेंगे। मेरे प्रियों उद्धार के लिये हमें यीशु Read more…


यीशु मसीह का कुंवारी से जन्म का महत्व | Yeshu Masih ka Kunwari se Janm ka Mahtav

यीशु मसीह का कुंवारी से जन्म का महत्व

मेरे प्रियों यीशु  मसीह का कुंवारी से जन्म का एक विशेष महत्व है। यदि यीशु मसीह उद्धारकर्ता है तो यीशु को निष्पाप, निष्कलंक, निर्दोष रहना जरूरी है, अर्थात यीशु को बिना पाप वाला स्वभाव लेकर जन्म लेना होगा तब वह मनुष्यों के पाप क्षमा करने का अधिकार रख सकता है। चूंकि हमारा विश्वास है कि आदम ने पाप किया, Read more…


यीशु मसीह का पूरा जीवनकाल | Yeshu Masih Ka Pura Jeevankal

यीशु मसीह के जीवन के बारे में.

मेरे प्रियों यदि आप एक नजर में यीशु मसीह के जीवन के बारे में जानना चाहते हैं कि कहां कितना समय बीता, प्रभु यीशु मसीह ने क्या-क्या कार्य किया तो आगे पढ़ना जारी रखें:- 01. देह धारण से पहले भी यीशु था। देह धारण से पूर्व परमेश्‍वर के रूप में यीशु सदा से अस्तित्व में है। वह अन्य सभी Read more…


यीशु मसीह के जीवन में घटनेवाली घटनाओ की भविष्यद्वाणियाँ | Yeshu Masih Ke Jeevan Me Ghatnevali Ghatnao Ki Bhavishyavaniya

यीशु मसीह के जीवन में घटनेवाली घटनाओ की भविष्यद्वाणियाँ

यीशु मसीह के जीवन में क्या-क्या घटनाएं घटेगी कई सौ वर्ष पूर्व हो चुकी थी भविष्यद्वाणी ? मेरे प्रियों यीशु के जन्म से बहुत समय पूर्व ही यह भविष्यद्वाणी की जा चुकी थी कि उसके जीवन में क्या-क्या घटनाएं घटेगी। बचपन में कहां समय बितायेगा ? कैसा दुःख उठाएगा ? यातना सहने के विषय, मृत्यु के विषय और फिर Read more…


यीशु मसीह के पहले आगमन की भविष्यद्वाणियां | Yeshu Masih Ke Pahle Aagman Ki Bhavishyavaniya

यीशु मसीह के पहले आगमन की भविष्यद्वाणियां

यीशु मसीह के आगमन के विषय में वर्षो पूर्व हो चुकी थी भविष्यद्वाणियां ? मेरे प्रियों यीशु के जन्म से बहुत समय पूर्व ही यह भविष्यद्वाणी की जा चुकी थी कि वह आएगा। यीशु मसीह पृथ्वी पर आने की घोषणा के बिना नहीं आया। वह तब आया जब समय पूरा हुआ। जब हम इन भविष्यद्वाणियों का अध्ययन करते हैं, Read more…


हमारा त्रिएक परमेश्वर | Hamara Triyek Parmeshwar

हमारा त्रिएक परमेश्वर

त्रिएक परमेश्वर कौन है? आज हम त्रिएकत्व परमेश्वर के विषय में अध्ययन करेंगे। मेरे प्रियों जब आप पवित्र शास्त्र का अध्ययन करते हैं तो आपको त्रिएक या त्रिएकत्व शब्द कहीं दिखाई नहीं देगा, परन्तु जब आप सावधानी पूर्वक अध्ययन करते हैं तो स्पष्ट हो जाता है कि परमेश्वर तीन व्यक्तियों के रूप में विद्यमान है, अर्थात परमेश्वरत्व तीन व्यक्तियों Read more…


परमेश्वर के भय का क्या अर्थ है? | Parmeshwar Ke Bhay Ka Kya Arth hai

परमेश्वर के भय का क्या अर्थ है?

आज हम अति महत्वपूर्ण विषय पर अध्ययन करेंगे जो परमेश्वर के भय के विषय में है। मेरे प्रियों प्रत्येक मनुष्य को परमेश्वर का भय मानना आवश्यक है चाहे बच्चे हो, जवान हो या बूढ़े हों। हर किसी को परमेश्वर से भय मानने के विषय में सीखना अति आवश्यक है। इसलिये आज हम परमेश्वर के भय का क्या अर्थ है Read more…


परमेश्वर के 10 नैतिक गुण | 10 Parmeshwar Ke Naitik Gunn

परमेश्वर के 10 नैतिक गुण

मेरे प्रियो आपने पहला लेख ‘‘परमेश्वर के स्वाभाविक गुण’’ के विषय में पढ़ा होगा यदि नहीं पढ़ा है तो अवश्य पढ़े आप परमेश्वर के बारे में और जान पाएंगे। वहां पर हमने स्वाभाविक गुण के बारे में अध्ययन किया है, जो केवल परमेश्वर के पास ही है साथ ही गुण क्या है ? परमेश्वर के गुण क्यों जानना चाहिये Read more…


परमेश्वर के स्वाभाविक गुण | Parmeshwar ke Swabhavik Gunn

परमेश्वर के स्वाभाविक गुण

आईये मेरे प्रियो हम परमेश्वर के स्वाभाविक गुण को जानते हैं, जो परमेश्वर होने के लिये स्वभावतः होना चाहिये जो परमेश्वर को अद्वितीय बनाता है। परमेश्वर अपने स्वभाविक गुण को किसी के साथ साझा नहीं किया है। यह गुण केवल परमेश्वर के पास है। हम परमेश्वर के स्वाभाविक गुण को जाने इससे पहले गुण क्या है ? हमें परमेश्वर Read more…


परमेश्वर को प्रसन्न करने वाला व्यवहार | Parmeshwar Ko Prasann Karne Wala Vyovhar

परमेश्वर को प्रसन्न करने वाला व्यवहार और चाल-चलन

परमेश्वर को प्रसन्न करने वाला व्यवहार और चाल-चलन कैसा हो ? मेरे प्रियों यदि हम मसीह में हैं तो यह अति आवश्यक है कि हमारा व्यवहार या चाल-चलन परमेश्वर को पसंद आये। इसलिये हमें परमेश्वर को भाने वाला व्यवहार या चाल-चलन सीखना जरूरी है। आप परमेश्वर के योग्य चाल-चलन केवल परमेश्वर के आत्मा के द्वारा और परमेश्वर के वचन Read more…


प्रार्थना में पवित्र आत्मा की सहायता | Prathna Me Pavitra Aatma Ki Sahayata

प्रार्थना में पवित्र आत्मा की सहायता

मेरे प्रियों यदि आप प्रार्थना योद्धा हैं तो मेरे लिये और मगन होने वाली बात हैं, क्योंकि मैं जो बात लिखने जा रहा हूं वह आपके लिये है। जब आप प्रार्थना में बैठते हैं तो आप ही नहीं आपके साथ आपका सहायक अर्थात पवित्र आत्मा भी होता है। आईये पवित्र आत्मा कैसे सहायता करता है, नीचे पढ़े:- पहला रास्ता Read more…


मसीह में जीवित एवं धन्य आशा | Masih Me Jeevit Aur Dhanya Aasha

मसीह में जीवित एवं धन्य आशा

मेरे भाईयों एवं बहनों हम जानते हैं कि परमेश्वर ने हमें जगत की उत्पत्ति से पहले सनातन काल से मसीह में चुन लिया है और अपने अनुगृह और उद्देश्य को यीशु मसीह में प्रकाशित भी किया। प्रभु यीशु मसीह मनुष्यों के पापों के लिये मारे गये, गाड़े गये और तीसरे दिन मरे हुये में से महिमायुक्त देह में जी Read more…


मसीह में भक्ति का जीवन | Masih Me Bhakti Ka Jeevan

मसीह में भक्ति का जीवन

मसीह में भक्ति का जीवन कैसे जिए ? मेरे प्रियों, मसीह में भक्ति का जीवन हमें जीना है, क्योंकि इस समय अर्थात वर्तमान युग और आने वाले जीवन की प्रतिज्ञा भी इसी के लिये है। यदि हम प्रभु पर विश्वास करते हैं और भक्ति का जीवन नहीं जीते या नहीं जीना चाहते तो आपका विश्वास यर्थात नहीं है और Read more…


परमेश्वर और मनुष्य का अनुगृह कैसे प्राप्त करें ? | Parmeshwar Aur Manushya Ka Anugrah Kaise Prapt Kare

परमेश्वर और मनुष्य का अनुगृह कैसे प्राप्त करें?

यदि हम मसीह में हैं तो हमें परमेश्वर एवं मनुष्य दोनो के अनुगृह में बढ़ना चाहिये और मसीही जीवन का आनन्द लेना चाहिये। (लूका 2ः52)  में पढ़ते है ‘‘और यीशु बुद्धि और डील-डौल में, और परमेश्वर और मनुष्यों के अनुगृह में बढ़ता गया”। इसी प्रकार शमूएल के जीवन में भी हम इसी बात को देखते है (01 शमूएल 02ः26) Read more…


विश्वाशी के लिए सामर्थ का सिद्धांत | Vishwashi Ke Liye Samarth Ka Siddhant

विश्वाशी के लिए सामर्थ का सिद्धांत

एक मसीही, परमेश्वर के महान सामर्थ के सिद्धांत को समझ सके और वर्तमान आधुनिक युग में सामर्थ के प्रगटीकरण के लिये तैयार हो सके इस कारण पवित्र आत्मा ने पौलुस के द्वारा प्रार्थना की जो (इफिसियों 1ः16-19) में दिया गया है।     ‘‘तुम्हारे लिये धन्यवाद करना नहीं छोड़ता, और अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हे स्मरण किया करता हूं कि Read more…