Masih Jeevan

यीशु मसीह की पहिचान एवं सामर्थ्य में बढ़ने के लिये सहायता

यूहन्ना अध्याय 14 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | John Chapter 14 Quiz Questions And Answers

प्रेरितों के काम अध्याय 17 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर

मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।

 

#1. यीशु ने जो मुझ से प्रेम नहीं रखता, वह क्या करता है कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- जो मुझ से प्रेम नहीं रखता, वह मेरे वचन नहीं मानता, और जो वचन तुम सुनते हो, वह मेरा नहीं वरन पिता का है, जिस ने मुझे भेजा॥ (यूहन्ना 14ः24)

#2. इस वचन को पूरा करें – ‘‘मैं तुम्हें ………….. दिए जाता हूँ, अपनी शान्ति तुम्हें देता हूँ, जैसे ………………….. देता है, मैं तुम्हें नहीं देता: तुम्हारा मन ……………… न हो और न डरे।’’

उत्तर का संदर्भ:- मैं तुम्हें शान्ति दिए जाता हूं, अपनी शान्ति तुम्हें देता हूं; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता: तुम्हारा मन न घबराए और न डरे। (यूहन्ना 14ः27)

#3. यीशु ने कौन मुझसे प्रेम रखता है कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- जिस के पास मेरी आज्ञा है, और वह उन्हें मानता है, वही मुझ से प्रेम रखता है, और जो मुझ से प्रेम रखता है, उस से मेरा पिता प्रेम रखेगा, और मैं उस से प्रेम रखूंगा, और अपने आप को उस पर प्रगट करूंगा। (यूहन्ना 14ः21)

#4. यीशु ने कहा मैं पिता से विनती करूँगा, और वह तुम्हें एक और सहायक देगा वह सहायक हमारे साथ कब तक रहेगा ?

उत्तर का संदर्भ:- और मैं पिता से बिनती करूंगा, और वह तुम्हें एक और सहायक देगा, कि वह सर्वदा तुम्हारे साथ रहे। (यूहन्ना 14ः16)

#5. यीशु मेरे पिता के घर में बहुत से क्या हैं, यदि न होते तो मैं तुम से कह देता, कहते हैं ?

उत्तर का संदर्भ:- मेरे पिता के घर में बहुत से रहने के स्थान हैं, यदि न होते, तो मैं तुम से कह देता क्योंकि मैं तुम्हारे लिये जगह तैयार करने जाता हूं। (यूहन्ना 14ः02)

#6. इस वचन को पूरा करें ‘‘मेरा विश्वास करो कि मैं पिता में हूँ और पिता मुझ में है, नहीं तो ……………….के कारण मेरा विश्वास करो।’’

उत्तर का संदर्भ:- मेरी ही प्रतीति करो, कि मैं पिता में हूं; और पिता मुझ में है; नहीं तो कामों ही के कारण मेरी प्रतीति करो। (यूहन्ना 14ः11)

#7. यीशु ने किस शर्त पर ये काम जो मैं करता हूँ वह भी करेगा, वरन् इनसे भी बड़े काम करेगा कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- मैं तुम से सच सच कहता हूं, कि जो मुझ पर विश्वास रखता है, ये काम जो मैं करता हूं वह भी करेगा, वरन इन से भी बड़े काम करेगा, क्योंकि मैं पिता के पास जाता हूं। (यूहन्ना 14ः12)

#8. यीशु अपने चेलों से यदि तुम मुझ से प्रेम रखते, तो किस बात से आनन्दित होते कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- तुम ने सुना, कि मैं ने तुम से कहा, कि मैं जाता हूं, और तुम्हारे पास फिर आता हूं: यदि तुम मुझ से प्रेम रखते, तो इस बात से आनन्दित होते, कि मैं पिता के पास जाता हूं क्योंकि पिता मुझ से बड़ा है। (यूहन्ना 14ः28)

#9. ‘‘मार्ग और सत्य और जीवन मैं ही हूँ; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुँच सकता’’ यूहन्ना 14 अध्याय के कौन से आयात में लिखा है ?

उत्तर का संदर्भ:- यीशु ने उस से कहा, मार्ग और सच्चाई और जीवन मैं ही हूं; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुंच सकता। (यूहन्ना 14ः06)

#10. इस वचन को पूरा करें – ‘‘जो कुछ तुम ……………… से माँगोगे, वहीं मैं करूँगा कि पुत्र के द्वारा पिता की महिमा हो।’’

उत्तर का संदर्भ:- और जो कुछ तुम मेरे नाम से मांगोगे, वही मैं करूंगा कि पुत्र के द्वारा पिता की महिमा हो। (यूहन्ना 14ः13)

#11. यीशु ने कौन तुम्हें सब बातें सिखाएगा, और जो कुछ मैं ने तुम से कहा है, वह सब तुम्हें स्मरण कराएगा कहा ?

उत्तर का संदर्भ:- परन्तु सहायक अर्थात पवित्र आत्मा जिसे पिता मेरे नाम से भेजेगा, वह तुम्हें सब बातें सिखाएगा, और जो कुछ मैं ने तुम से कहा है, वह सब तुम्हें स्मरण कराएगा। (यूहन्ना 14ः26)

#12. यीशु से किसने कहा कि ‘‘हे प्रभु, हम नहीं जानते कि तू कहाँ जा रहा है, तो मार्ग कैसे जाने’’ ?

उत्तर का संदर्भ:- थोमा ने उस से कहा, हे प्रभु, हम नहीं जानते कि तू हां जाता है तो मार्ग कैसे जानें? (यूहन्ना 14ः05)

#13. यीशु से किसने कहा कि ‘‘हे प्रभु, क्या हुआ कि तू अपने आप को हम पर प्रगट करना चाहता है और संसार पर नहीं’’ ?

उत्तर का संदर्भ:- उस यहूदा ने जो इस्करियोती न था, उस से कहा, हे प्रभु, क्या हुआ की तू अपने आप को हम पर प्रगट किया चाहता है, और संसार पर नहीं। (यूहन्ना 14ः22)

#14. सत्य का आत्मा को संसार ग्रहण क्यों नही कर सकता ?

उत्तर का संदर्भ:- अर्थात सत्य का आत्मा, जिसे संसार ग्रहण नहीं कर सकता, क्योंकि वह न उसे देखता है और न उसे जानता है: तुम उसे जानते हो, क्योंकि वह तुम्हारे साथ रहता है, और वह तुम में होगा। (यूहन्ना 14ः17)

#15. यीशु से किसने कहा कि ‘‘हे प्रभु, पिता को हमें दिखा दे, यही हमारे लिये बहुत है।’’ ?

उत्तर का संदर्भ:- फिलेप्पुस ने उस से कहा, हे प्रभु, पिता को हमें दिखा दे: यही हमारे लिये बहुत है। (यूहन्ना 14ः08)

Previous
Finish

Results

Congratulation…! You are Passed

Sorry…! Better Luck Next Time

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *