मरकुस अध्याय 2 प्रश्नोत्तरी प्रश्न और उत्तर | Mark Chapter 2 Quiz Questions And Answers
November 6, 2024

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मेरे प्रिय भाई और बहनों, हमारी गुजारिश है कि आप बाईबल क्विज अटेंड करने से पहले एक बार इस चैप्टर का अध्ययन जरूर कर लें। बाईबल क्विज के माध्यम से हमारा उद्देश्य आपको परमेश्वर के वचन को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि आप परमेश्वर और उसके ज्ञान को जान और समझ सके। हमारा पूर्ण विश्वास है कि आप निश्चित रूप से आशीषित होंगे। कृपया नीचे दिए गए फिनिश ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले सभी प्रश्न अटेंड करना अनिवार्य है। हम आपको शुभकामनाएं देते हैं।
#1. नये कपड़े का पैबन्द पुराने वस्त्र पर कोई क्यों नहीं लगाता है ?
उत्तर का संदर्भ:- कोरे कपड़े का पैबन्द पुराने पहिरावन पर कोई नहीं लगाता; नहीं तो वह पैबन्द उस में से कुछ खींच लेगा, अर्थात नया, पुराने से, और वह और फट जाएगा। (मरकुस 02:21)
#2. लेवी किसका पुत्र था ?
उत्तर का संदर्भ:- जाते हुए उस ने हलफई के पुत्र लेवी को चुंगी की चौकी पर बैठे देखा, और उस से कहा; मेरे पीछे हो ले। (मरकुस 02:14)
#3. किसके घर में यीशु के साथ बहुत से चुंगी लेनेवाले और पापी भी उसके साथ भोजन करने बैठे ?
उत्तर का संदर्भ:- जाते हुए उस ने हलफई के पुत्र लेवी को चुंगी की चौकी पर बैठे देखा, और उस से कहा; मेरे पीछे हो ले। और वह उठकर, उसके पीछे हो लिया: और वह उसके घर में भोजन करने बैठा, और बहुत से चुंगी लेने वाले और पापी यीशु और उसके चेलों के साथ भोजन करने बैठे; क्योंकि वे बहुत से थे, और उसके पीछे हो लिये थे। (मरकुस 02:14-15)
#4. यीशु ने लेवी को अपना चेला बनाने के लिए क्या कहा?
उत्तर का संदर्भ:- जाते हुए उस ने हलफई के पुत्र लेवी को चुंगी की चौकी पर बैठे देखा, और उस से कहा; मेरे पीछे हो ले। (मरकुस 02:14)
#5. कौन से महायाजक के समय दाऊद परमेश्वर के भवन में जाकर, भेंट की रोटियाँ खाईं, जिसका खाना याजकों को छोड़ और किसी को भी उचित नहीं, और अपने साथियों को भी दी ?
उत्तर का संदर्भ:- उस ने क्योंकर अबियातार महायाजक के समय, परमेश्वर के भवन में जाकर, भेंट की रोटियां खाईं, जिसका खाना याजकों को छोड़ और किसी को भी उचित नहीं, और अपने साथियों को भी दीं? (मरकुस 02:26)
#6. यीशु ने शास्त्रियों और फरीसियों से कहा मैं धर्मियों को नहीं, परन्तु किसको बुलाने आया हूं ?
उत्तर का संदर्भ:- यीशु ने यह सुनकर, उन से कहा, भले चंगों को वैद्य की आवश्यकता नहीं, परन्तु बीमारों को है: मैं धमिर्यों को नहीं, परन्तु पापियों को बुलाने आया हूं॥ (मरकुस 02:17)
#7. इस वचन को पूरा करें – “इसलिये मनुष्य का पुत्र सब्त के दिन का भी ……. है।”
उत्तर का संदर्भ:- इसलिये मनुष्य का पुत्र सब्त के दिन का भी स्वामी है॥ (मरकुस 02:28)
#8. कौन से दिन यीशु और उसके चेले खेतों में से होकर जा रहे थे तो उसके चेले चलते हुये बालें तोड़ने लगे ?
उत्तर का संदर्भ:- और ऐसा हुआ कि वह सब्त के दिन खेतों में से होकर जा रहा था; और उसके चेले चलते हुए बालें तोड़ने लगे। (मरकुस 02:23)
#9. नये दाखरस को पुरानी मशकों में कोई क्यों नहीं रखता है ?
उत्तर का संदर्भ:- नये दाखरस को पुरानी मश्कों में कोई नहीं रखता, नहीं तो दाखरस मश्कों को फाड़ देगा, और दाखरस और मश्कें दोनों नष्ट हो जाएंगी; परन्तु दाख का नया रस नई मश्कों में भरा जाता है॥ (मरकुस 02:22)
#10. जब यीशु कई दिन के बाद कफरनहूम में आया और सुना गया, कि वह घर में है तो किसको चार मनुष्यों से उठवाकर उसके पास ले आए थे ?
उत्तर का संदर्भ:- और लोग एक झोले के मारे हुए को चार मनुष्यों से उठवाकर उसके पास ले आए। (मरकुस 02:03)
#11. यीशु ने शास्त्रियों और फरीसियों से कहा किसको वैद्य की आवश्यकता नहीं होती ?
उत्तर का संदर्भ:- यीशु ने यह सुनकर, उन से कहा, भले चंगों को वैद्य की आवश्यकता नहीं, परन्तु बीमारों को है: मैं धमिर्यों को नहीं, परन्तु पापियों को बुलाने आया हूं॥ (मरकुस 02:17)
#12. यीशु ने लेवी को कहाँ बैठे हुये देखा, और उससे कहा ‘‘मेरे पीछे हो ले’’ ?
उत्तर का संदर्भ:- जाते हुए उस ने हलफई के पुत्र लेवी को चुंगी की चौकी पर बैठे देखा, और उस से कहा; मेरे पीछे हो ले। (मरकुस 02:14)
#13. शास्त्रियों और फरीसियों ने किससे कहा कि “यीशु तो चुंगी लेने वालों और पापियों के साथ खाता पीता है” ?
उत्तर का संदर्भ:- और शास्त्रियों और फरीसियों ने यह देखकर, कि वह तो पापियों और चुंगी लेने वालों के साथ भोजन कर रहा है, उसके चेलों से कहा; वह तो चुंगी लेने वालों और पापियों के साथ खाता पीता है!! (मरकुस 02:16)
#14. यीशु ने लकवे के मारे हुए से क्या कहा कि कई एक शास्त्री जो वहाँ बैठे थे, अपने -अपने मन में विचार कने लगे कि यह तो परमेश्वर की निन्दा करता है ?
उत्तर का संदर्भ:- यीशु ने, उन का विश्वास देखकर, उस झोले के मारे हुए से कहा; हे पुत्र, तेरे पाप क्षमा हुए। (मरकुस 02:05)
Wonderful work of lord
Praise the lord